HINDI PRACTICE SET 05 FOR CTET 2020

  

  1. प्राथमिक स्तर की पाठ्य-पुस्तक में कार्टून, भाषण, विज्ञापान आदि बच्चों के भाषा-क्षमता विकास में——है।

  1. सहायक

  2. बाधक

  3. निरर्थक

  4. अनुपयोगी

  1. पाँचवी कक्षा की सुहानी पाँचों, किन्हें, आँखें दोनों आदि शब्द लिखती है। आप सुहानी के लेखन क्षमता के बारे में क्या कहेंगे।

  1. वह अनुनासिक चिह्न के प्रयोग बिल्कुल नहीं जानती।

  2. वह अनुनासिक चिह्न के प्रयोग के प्रति सजग है।

  3. वह अनुनासिक चिह्न के प्रयोग के प्रति लापरवाह है।

  4. वह अनुनासिक चिह्न के नियम का अति सामान्यीकरण करती है।

  1. विद्यालय में भाषा शिक्षण के लिए कोई कार्यक्रम शुरु करते समय सबसे महत्वपूर्ण है।

  1. बच्चे की लिखित क्षमता को पहचानना।

  2. बच्चे की सहज भाषायी क्षमता को पहचानना।

  3. बच्चे की सहज मौखिक अभिव्यक्ति को पहचानना।

  4. बच्चे की पठन क्षमता को पहचानना।

  1. कई बार बच्चे जब स्कूल आते हैं तो दो या तीन भाषाओं को——-और बोलने की क्षमता से लैस होते हैं।

  1. पढ़ने

  2. लिखने

  3. रटने

  4. समझने

  1. किसी विषय को सीखने का मतलब है कि उसकी ———को सीखना, उसकी———को सीखना।

  1. अवधारणाओं, विषय-वस्तु।

  2. विषय-,वस्तु, उपयोगी।

  3. अवधारणाओं, शब्दावली।

  4. शब्दावली, विषय।

16. प्राथमिक स्तर पर कौन सी गतिविधि बच्चों की मौखिक अभिव्यक्ति के विकास में  सबसे कम प्रभावी है।.

  1. घटना वर्णन करना।

  2. कहानी को शब्दशः दोहराना।

  3. कहनी को अपनी भाषा में कहना।

  4. चित्र दिखाकर कहानी कहलवाना।

  1.  मुहावरे और लोकोत्तियों के प्रयोग के संदर्भ में कौन सा कथन उचित है।

  1. ये भा।षा का अनिवार्य हिस्सा है।

  2. ये भाषा- प्रयोग को प्रभावी बनाते हैं।

  3. ये भाषा को नियंत्रित करते हैं।

  4. भाषा का अलंकरण इनका कार्य है।

  1.  मीता ने सभी बच्चों को एक अनुच्छेद दिया जिसमें हर पाँचवे शब्द की जगह रिक्त स्थान था, जिसे बच्चों को भरना था। मीता ने किसका प्रयोग किया।

  1. पठन परीक्षण

  2. लेखन परीक्षण 

  3. व्याकरण परीक्षण

  4. क्लोज परीक्षण

  1. बच्चों में ——और——के माध्यम से लेखन कौशल का विकास किया जा सकता है।

  1. रेखांकन, चित्राकंन

  2. चित्राकंन, लिपि-चिह्नों

  3. रेखांकन, लिपि-चिह्नो

  4. लिपि- चिह्नों, अक्षर बनावट

  1.  मुदिता अक्सर श को स बोलती है। मुदिता की भाषा –शिक्षिका के रूप में  आप इस स्थित के बारे में क्या कहेंगें।

  1. भाषागत त्रुटि का होना

  2. क्षेत्रीय भाषा का प्रभाव

  3. भाषागत ज्ञान का अभाव

  4. भाषा- प्रयोग में लापरवाही

  1.  निम्नलिखित में से कौन-सा प्रश्न बच्चों की भाषा-क्षमता के विकास में सर्वाधिक सहायक है।

  1. डाल-डाल का इस्तेमाल करते हुए वाक्य बनाओ।

  2. तितली कली के पास कब गयी होगी और क्यों.

  3. तितली और कली ने क्या खेल खेला।

  4. तुम्हारी मनपसंद किताब कौन सी है।

  1.  सामाजिक अंतःक्रिया की अवधारणा——–से संबधित है।

  1. स्किनर

  2. पियाजे

  3. चॉम्स्की

  4. वाइगोत्सी

  1.  स्किनर ने भाषा सीखने की प्रक्रिया में———पर सर्वाधिक बल दिया।

  1. अंतः क्रिया

  2. अनुकरण

  3. भाषा अर्जन क्षमता

  4. सृजनात्मकता

  1.  बच्चों की भाषाई-क्षमताओं के आकलन के लिए———-सर्वाधिक सहायक है।

  1. बच्चों की परस्पर अनौपचारिक बात-चीत

  2. बच्चों की कक्षा में औपचारिक बात-चीत

  3. बच्चों और शिक्षक की परस्पर औपचारिक बात-चीत

  4. बच्चों का  शिक्षक द्वारा प्रदत्त अभ्यास कार्य करना।

  1. कौन-सा प्रश्न  कक्षा में बहु –भाषिकता को पोषित करता है।

  1. अच्छी लगने वाली महक को क्या कहेंगें।

  2. बुरी लगने वाली महक को क्या कहेंगें।

  3. तुम्हारे घर में किस-किसकी महक आती है।

  4. फूलों के नाम अपनी भाषा में लिखो।

  1.  इस कहानी में पहाड़ी, घाटी शब्दों का इस्तेमाल हुआ है। पहाड़ी इलाके से जुड़े हुए और शब्द सोचकर लिखो। – यह अभ्यास प्रश्न—–का उदाहरण है।

  1. संदर्भ में व्याकरण

  2. शब्द-भंडार में विकास

  3. शब्द-कोस का विकास

  4. पर्यायवाची शब्दों से परिचय

  1. शिक्षण –प्रक्रिया को रुचिकर बनाने में शिक्षण-सामाग्री सहायक होती है।

  1. ऑडियो-वीडिओ

  2. वैविध्यपूर्ण

  3. वीडियोपरक

  4. पत्र-पत्रिकाएं।

  1.  प्राथमिक स्तर पर भाषाई क्षमताओं का विकास ——–है और  साहित्य—–है।

  1. साधन, साध्य

  2. साध्य, उद्देश्य

  3. साध्य, साधन 

  4. उद्देश्य, साध्य

  1. प्राथमिक स्तर पर कौन सा भाषा शिक्षण का उद्देश्य नहीं है।

  1. अपने द्वारा कही गई बात की तार्किक पुष्टि करना

  2. भाषा का सृजनशील एंव कल्पनाशील होना

  3. रचनाओं के माध्यम से विभिन्न  विषयों से जुड़ना

  4. भाषा संबधी व्याकरण को पूर्णतः कंठस्थ करना।

  1. कक्षा में भाषा की——के प्रति——–बनकर उसका प्रयोग भाषा शिक्षण में करना चाहिए।

  1. विविधता, विद्वान

  2. विविधता, संवेदनशील

  3. संवेदनशीलता, कठोर

  4. एकरुपता, संवेदनशील