बाल विकास एवम सीखने की प्रक्रिया (CDP) के महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न
In this post, Examsaga provides CDP objective questions series for ctet,uptet,htet,btet,kvs, and others tet. Here Examsaga includes some of the previous year HTET baal Vikas questions.
CDP KE IMPORTANT OBJECTIVES- HTET 2011
1.शिक्षण और अधिक प्रभावी हो सकता है, यदि
(a) छात्र को स्वयं कार्य करने की स्वायत्तता व नियंत्रण दिया जाये
(b) छात्र अधिगम, शिक्षक द्वारा निर्देशित व नियंत्रित हो
(c) शिक्षक तथ्यों की व्याख्या करने में केन्द्रीय भूमिका निभाये
(d) शिक्षण अधिगम को निर्देशित करें
Ans: (a) छात्र जो कार्य स्वयं करते है वे उसे आसानी से सीख लेते है इस लिए करके सीखने की विधि को सबसे प्रभावी शिक्षण माना जाता है।
2.शिक्षण प्रभावी हो जाता है, यदि
(a) कक्षा-कक्ष में प्रत्यक्ष अनुदेशन को प्रयोग में लाया जाये
(b) कक्षा-कक्ष में शिक्षक निर्देशित विधियों का उपयोग किया जाये
(c) दोनों शिक्षक निर्देशित विधियाँ एवं प्रत्यक्ष अनुदेशन काम में लिये जाये
(d) छात्र केंद्रित अनुदेशन और अन्तःक्रियात्मक विधियों का उपयोग किया जाए
Ans: d) छात्र केन्द्रित अनुदेशन और अन्तः क्रियात्मक विधियाँ का उपयोग करने से शिक्षण प्रभावी हो जाता है।
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3.एक उत्तम कक्षा-कक्ष शिक्षक
(a) छात्रों की प्राकृतिक जिज्ञासा का पोषण करता है
(b) छात्रों को पारस्परिक संवाद के लिए प्रोत्साहित करता है
(c) छात्रों को वास्तविक वैश्विक परिस्थितियों में सम्मिलित करता है
(d) उपरोक्त सभी
Ans: (d) एक उत्तम कक्षा-कक्ष शिक्षक छात्रों की जिज्ञासा शान्त करता है, उन्हें अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए पारस्परिक | संवाद को प्रोत्साहित करता है और उनको वास्तविक वैश्विक परिस्थितियों में सम्मिलित करता है ताकि छात्र अपने ज्ञान व्यवहारिक स्तर पर ला सके।
4.सृजनात्मकता की विशेषता है –
(a) मौलिकता
(c) लचीलापन
(b) प्रवाहशीलता
(d) उपरोक्त सभी
ans-(d) सृजनात्मकता की निम्न विशेषता है
(i) मौलिकता , (ii) प्रवाहशीलता, (iii) रीतापन।
5.सामान्यतः छात्रों में पठन-पाठन के लिए निम्न विशिष्टतायें होती है
(a) अधिगम में क्रियाशीलता
(b) छात्रों में सीखने की योग्यता
(c) स्वयं क्रिया करके नवीन अनुभवों द्वारा ज्ञान का निर्माण करना
(d) उपरोक्त सभी
Ans: (d) सामान्यतः छात्रों में पठन-पाठन के लिए निम्न विशेषताएँ होती हैं
1. अधिगम प्रक्रिया में क्रियाशीलता
2. छात्रों में सीखने की योग्यता
3. छात्रों में सीखने के प्रति तत्परता
4. स्वयं क्रिया करके नवीन अनुभवों द्वारा ज्ञान का निर्माण करना
5. नवीन प्राप्त ज्ञान को अपने वास्तविक जीवन से जोड़ना
6.एक मन्द गति से सीखने वाले बालक को जरूरत होती है
(a) अतिरिक्त सहायता की
(b) विशेष सहायता की
(c) किसी सहायता की नहीं
(d) कुछ सहायता की
Ans: (b) मंद गति से सीखने वाले बालक को किसी अतिरिक्त या विशेष सहायता आवश्यकता होती है। उसके सीखने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए शिक्षण कार्य में बदलाव की आवश्यकता होती है। मंदबुद्धि के बालक को अगर क्रिया विधि या खेल विधि से शिक्षा दी जाए तो वह उसे तेजी से ग्रहण कर सकते हैं।
7. आपके द्वारा पूछे गये प्रश्न का विद्यार्थी गलत उत्तर देता है, तो आप
(a) दूसरा प्रश्न पूछें जिससे विद्यार्थी स्वयं महसूस करे कि उत्तर गलत था
(b) उसे बतायेगे कि उसका उत्तर गलत क्यों था
(c) किसी दूसरे विद्यार्थी को उत्तर देने के लिए कहेंगे
(d) सही उत्तर बतायेंगे
Ans: (b) शिक्षक द्वारा पूछे गये प्रश्न का विद्यार्थी गलत उत्तर देता है तो शिक्षक, विद्यार्थी को बतायेंगे कि उसका उत्तर गलत क्यों था और सही उत्तर की व्याख्या करेंगे।
8.शिक्षण को निम्न प्रकार से परिभाषित किया जाता है
(a) अधिगम का सरलीकरण
(b) शिक्षकों द्वारा ज्ञान का स्थानान्तरण तथा छात्र द्वारा ज्ञान को ग्रहण करना
(c) पाठ्यपुस्तकों को पढ़ना
(d) शिक्षकों द्वारा ज्ञान का स्थानान्तरण
Ans: (b)
9.निम्नलिखित में से कौन-सा स्तर शिक्षण का है?
(a) परावर्तक
(c) प्रक्षेपण
(b) अन्तःक्रियात्मक
(d) संकलित
Ans: (b) शिक्षण स्तर निम्न है
1. अन्तःक्रियात्मक 2. पहचान 3. प्रश्न 4. विश्लेषण
10. शिक्षकों को निम्नलिखित शिक्षण विधियों को अभ्यास में लाना चाहिए
(a) भाषण विधि
(b) अन्तःक्रियात्मक विधियाँ
(c) वर्णनात्मक
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans: (b) शिक्षकों को अंतःक्रियात्मक शिक्षण विधियों को प्रयोग | में लाना चाहिए ताकि छात्र अपनी समस्याओं को नि:संकोच अपने शिक्षक के सामने प्रस्तुत कर सके तथा शिक्षक उनकी समस्याओं | को सरलता पूर्वक सुलझा सके।
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